Special Ops Review in Hindi

Special Ops Review in Hindi: दोस्तों आज मैं आपको एक सस्पेंस और क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज स्पेशल ऑप्स का हिंदी में रिव्यु बताऊंगा।

जैसा कि आजकल वेब सीरीज का जमाना चल रहा है। और वेब सीरीज द्वारा मनोरंजन करना फ़िल्म द्वारा मनोरंजन करने से भी अच्छा माना जाने लगा है। ऐसे में अच्छी वेबसीरीज कौन सी हैं और कौन नही ये हमे नही पता होता है। और खराब वेब सीरीज देखने के बाद हम कहते हैं “क्या घटिया सीरीज थी, टाइम वेस्ट हो गया।” तो ऐसा वाक्य आप न कह सकें उसके लिए हम वेब सीरीज का रिव्यु लेकर आये हैं।

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Special Ops Review in Hindi – स्पेशल ऑप्स वेब सीरीज कैसी है?

दोस्तों यह नीरज पांडेय द्वारा डायरेक्ट की गई webseries है। अगर आपने Neeraj Pandey की Special 26 और A Wednesday जैसी मूवी देख रखी हैं और आपको वो पसन्द आयी हों। तो बिना आगे का रिव्यु पढ़े आप वेब सीरीज देख लीजिए।

यह नीरज पांडे द्वारा डायरेक्ट की गई पहली वेब सीरीज है। हॉटस्टार प्रीमियम webseries है। पर आपको यह अन्य जगहों पर भी मिल जाएगी। आप गूगल या टेलीग्राम से भी देख सकते हैं।

इस वेबसीरीज में लीड रोल में है के के मेनन

Special Ops Web series Story हिंदी में

वेबसीरीज एक सस्पेंस थ्रिलर स्टोरी को लेकर बनाई गई है। इसमे आपका सस्पेंस अंत तक बना रहेगा। मैं वह सस्पेंस नही बताना चाहूंगा।

स्पेशल ऑप्स की स्टार्टिंग में ही के के मेनन का रॉ के दो ऑफिसर intro ले रहे होते हैं कि के के मेनन, जो कि ख़ुद रॉ के एक ऑफिसर हैं, ने करोड़ो रूपये कहाँ कहाँ किस किस एजेंट पर खर्च किये हैं। दुबई, पाकिस्तान आदि जगहों पर भेजे जाने वाले पैसे का ब्यौरा मांगते हैं।

के के मेनन हिसाब ठीक से नही रखते हैं इस वजह से उन्हें मुश्किल होती है। वो पूरी कहानी 2001 के संसद अटैक से शुरू करते है। जहां अटैक करने वाले 5 व्यक्तियों के अतिरिक्त उन्हें इकलाख नाम के एक व्यक्ति पर शक रहता है। जिसने उस ऑपरेशन को अंजाम दिया था।

के के मेनन के सीक्रेट एजेंटों के बारे में उनके अलावा किसी अन्य को नही पता रहता है। ऐसे में सब उनसे उगलवाना चाहते हैं। यूँ तो इसमे सभी एजेंट मुख्य हैं। पर ज़्यादा पैसा खर्च दुबई के एजेंट फारुख पर होता है। जिस वजह से उसका ब्यौरा देना ज़रूरी हो जाता है।

फिर के के मेनन फारुख अली को दुबई भेजने की पूरी कहानी बताते हैं कि कैसे उसे सीक्रेट एजेंट बनाया और कैसे दुबई भेजा।

फारुख अली को कुछ सन्देह होता है कि इखलाख दुबई में ही है। वह हिम्मत सिंह (के के मेनन) को बताता है। और फिर उसका इखलाख के चमचे हाफिज तक पहुंचने का सफर आप देखेंगे कि कैसे फारुख हाफिज के चमचे इस्माइल के जरिये हाफिज तक और फिर इखलाख तक पहुंचता है।

उधर बीच बीच के के मेनन का intro चलता रहता है। उसका फण्ड भी रोक दिया जाता है।

हर एजेंट के बारे में बताते वक़्त आपको देखने पे अलग ही मज़ा आएगा। यूँ तो मैं पूरी कहानी नही बताने वाला।

पर इसमे महिला एजेंट का भी रोल जबरदस्त है। थोड़ा बहुत एक्शन देखने को आपको मिलेगा।

साथ ही एक और किरदार विनय पाठक के रूप में नज़र आएगा जिन्होंने एक इंस्पेक्टर का रोल किया है। यह किरदार भी पूरी सीरीज में हर एपिसोड में दिखेगा।

Special Ops Review हिंदी में

Special Ops एक अच्छी टाइम पास webseries है। इसमे आपको भरपूर सस्पेंस मिलेगा। अगर आप जासूसी, सीक्रेट एजेंट टाइप की फिल्में या वेब सीरीज पसन्द करते हैं तो यह आपको बहुत पसंद आएगी। इसकी कहानी पढ़कर आपको समझ आ ही गया होगा कि सीरीज जबरदस्त है।

फाइनल वर्ड: तो दोस्तों यह था Special Ops Review in Hindi अगर आपको स्पेशल ऑप्स का यह रिव्यु पसंद आया तो अपने दोस्तों से भी शेयर करें।

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