Quantum Supremacy in Hindi- हाल ही में गूगल ने यह दावा किया है कि उसकी कई सालों की महेनत से दुनिया मे एक क्रांतिकारी बदलाव आने वाला है। जो काम सुपर कंप्यूटर 10000 साल में कर सकता है। वही काम Quantum Supremacy नामक कंप्यूटिंग तकनीक 200 सेकंड्स में कर सकती है।
वैज्ञानिकों का भी दावा है कि आने वाली दुनिया क्वांटम Supremacy की है। जैसे राइट ब्रदर्स ने जब प्लेन का अविष्कार किया था तब वो उतना useful नही था पर धीरे धीरे उसे बनाया गया। ठीक उसी प्रकार quantum Supremacy है।
गूगल के CEO सुंदर पिचई का कहना है कि इस सफलता को हासिल करने में गूगल को 2 दशक से ज़्यादा लग गए हैं। उन्होंने दावा किया है कि आज मौजूदा सुपर कंप्यूटर में से कोई भी सबसे बेस्ट भी दस हजार साल लगा देगा जिसे QUANTUM SUPREMACY से 200 सेकंड मात्र में किया जा सकता है।
IBM को हुई गूगल के दावे पर आपत्ति
जाहिर है जब सुपर कंप्यूटर पर सवाल उठेगा तो IBM कैसे चुप रह सकती है। IBM ने कहा कि गूगल ने यह जो दावा किया है कि खास तरह का यह कैलकुलेशन करने में सुपर कंप्यूटर को 10000 साल लगेंगे वो गलत है। सुपर कंप्यूटर में में कुछ सुधार करके उससे यह कार्य 2.5 दिन में करवाया जा सकता है। अतः गूगल जो कह रहा है वो कुछ ज़्यादा ही बढ़ा चढ़ा कर कह रहा है।
जानते हैं क्या है Quantum Supremacy || Quantum Supremacy in Hindi
जैसे आम कंप्यूटर केवल 0 और 1 की भाषा समझता है। यानी कि बाइनरी भाषा। जिसकी सबसे छोटी इकाई बिट होती है। एक बिट में या तो एक 0 होगा या फिर एक 1. उसी प्रकार इस क्वांटम Supremacy में क्यूबिट (qubit) होती है। जिसमे 0 या 1 तो हो ही सकता है। और साथ मे दोनों भी आ सकते हैं। यही प्रक्रिया इसके प्रोसेसर को फ़ास्ट बना देती है।
Quantum Supremacy एक क्षमता है जटिल से जटिल प्रक्रिया को चुटकी में हल करने की। इसमे किसी नॉर्मल कंप्यूटर जैसा कंप्यूटर नही होता। बल्कि पूरा एक सर्वर रूम होता है जहाँ किस्तों में यह प्रक्रिया होती है। अलग-अलग जगह चीजें बटी रहती हैं।