मूल्यांकन और मापन में अंतर समझने से पहले मूल्यांकन और मापन को अलग-अलग समझ लेना उचित रहेगा। दोस्तों जैसा कि आपको पता है कि हमारी वेबसाइट HMJ में आपको CTET का पूरा study material और BEd BTC DELed से जुड़ी साइकोलॉजी मिलेगी।
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तो आइए समझते हैं पहले मूल्यांकन को, कि मूल्यांकन क्या है? तो दोस्तों मूल्यांकन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा अधिगम की उपलब्धि का पता लगाया जाता है अर्थात शिक्षार्थियों ने प्राप्त ज्ञान को किस सीमा तक समझा है, उनकी बुद्धि का स्तर क्या है, उनकी अभिरुचि क्या है आदि का पता लगाया जाता है। मूल्यांकन मापन पर निर्भर करता है।
आइये मूल्यांकन और मापन में अंतर द्वारा इन दोनों terms को अच्छे से समझते हैं।
मूल्यांकन और मापन में अंतर
मूल्यांकन | मापन |
● मूल्यांकन का क्षेत्र व्यापक होता है। | मापन किसी एक गुण/चर का होता है। |
● मूल्यांकन मापन के बाद होता है। | यह मूल्यांकन से पहले होता है। |
● मूल्यांकन के बाद एक भविष्यवाणी संभव है। | मापन के बाद भविष्यवाणी करना सम्भव नही है। |
● मूल्यांकन स्थिति आधारित होता है। | यह अंक आधारित होता है। |
● मूल्यांकन में घटना या तथ्य का मूल्य ज्ञात किया जाता है। | मापन में घटना या तथ्य के विभिन्न परिणामों के लिए प्रतीक निश्चित किये जाते हैं। |
तो दोस्तों ये थे मूल्यांकन और मापन में कुछ प्रमुख अंतर जो कि CTET/KVS/DSSSB/प्राइमरी शिक्षक भर्ती परीक्षा देने जा रहे भावी शिक्षकों को ज़रूर पता होने चाहिए।
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