सभी लोग वैलेंटाइन मनाते है पर उसके पीछे का कारण बहुत ही कम लोग जानते होंगे ।

सभी लोग वैलेंटाइन डे मानते है पर ज्यादा तर लोग को यह नही पता कि इसको मनाने के पीछे का कारण क्या हैं जैसा कि हम सभी लोगो को पता है हर त्योहार चाहे वो ईद हो या दीवाली या फिर होली कोई न कोई उसके पीछे करंजरूर छिपे होता हैं मनाने का । वैसे ही वैलेंटाइन डे मनाने के पीछे भी एक कहानी छिपी हुई हैं जिसके बारे में बहुत कम ही लोगो के बारे में पता है तो दोस्तो आज हम इस विषय मे आपसे जानकारी शेयर करेंगे

वैलेंटाइन डे क्यों मनाते है ?

सभी लोगो को यह लगता होगा कि जैसे हम इस दिन को बड़े प्यार के साथ मनाते हैं तो इसके पीछे मनाने का कारण भी बड़ा प्यारा ही होगा पर कारण इस से बिल्कुल उल्टा हैं ।
तो यह बात रोम की हैं रोम की तीसरी सदी में एक राजा राज्य करता हैं और उसी राज्य में एक संत था जिसका नाम वैलेंटाइन था । उस राज्य के राजा का नाम क्लोडिस था । क्लोडिस का मानना था एक अकेला सिपाही एक शादीशुदा सिपाही के मुकाबले युद्ध भूमि में अच्छा प्रदर्शन कर सकता हैं क्योंकि एक शादीशुदा सिपाही के पत्नी और बच्चे होते हैं जिसकी चिंता उसे हर पल बनी होती हैं और वह घर वापस आने के लिए हरदम चिंतित रहता हैं और जिस से वह पूरा ध्यान युध्द भूमि में नही लगा पता है इस सब कारणों की वजह से राजा ने राज्य के किसी भी सिपाही के शादी करने में प्रतिबंध लगा दिया राजा के इस आदेश से सभी सिपाही चिंतित थे और दुखी भी थे इस बात को जब संत वैलेंटाइन को पता चली तो उन्होंने सिपाहियों से बात की और उन्हें दिलासा दिया कि मैं आपकी शादी करवाऊँगा और यह सिलसिला चलने लगा। किसी भी सिपाही की जो प्रेमिका होती । सन्त वैलेंटाइन उसकी शादी उसके साथ चुपके से करा देते थे । धीरे धीरे यह बात सबको पता होने लगी । और एक दिन ऐसा हुआ जिस बात का डर था राजा के भी कानो में यह बात पहुच गयी राजा ने इन सब बातों से नाराज होकर सन्त वैलेंटाइन को मौत की सजा सुनाई । उसके बाद मौत की सजा सुनाने के बाद वैलेंटाइन के दिन जेल में गुजरने लगे। जेल का एक जेलर था जिसका नाम अस्ट्रिस था । अस्ट्रिस कि एक बेटी थी जो अंधी थी। अस्ट्रिस को यह भी पता है कि सन्त वैलेंटाइन के पाश एक दिव्य शक्ति है जिसकी वजह से वह किसी को भी किसी भी रोग से मुक्त कर सकता हैं उसने उस से विनती की की आप मेरी बेटी को सही कर दे वैलेंटाइन इस बात को मां जाता है और वह उसकी बेटी की रोशनी को वापस कर देता हैं जेलर की बेटी कहि न कही फिर वैलेंटाइन को चाहने लगती हैं और फिर दोनों के बीच प्यार हो जाता हैं धीरे धीरे वैलेंटाइन के मौत के दिन नजदीक आ रहे थे और वो दिन आ ही गया जिस दिन वैलेंटाइन को फाँसी हो गयी फाँसी के पहले वैलेंटाइन ने जेलर से एक पेन और कागज लिया था और एक आखिरी सबदेश लिखा था उसमें अंत मे लिखा था “तुम्हारा वैलेंटाइन ” । जिसे हम आज भी संदेश में लिखते है ।

वैलेंटाइन किसके साथ मानते है ?

बहुत सारे लोग यह सोचते है कि यह सिर्फ हम अपनी प्रेमिका या प्रेमी के साथ ही मना सकते है पर इस से बिल्कुल अलग है यह दिन हम उन सभी लोगो के साथ मना सकते है जिनकी हम देखभाल करते है जिनसे हम प्यार करते है । तो मनाया किसके साथ जा सकता हैं
● यह दिन हम अपने प्रेमी या प्रेमिका के साथ मनाया सकते है ।
●इस दिन को हम अपने माता पिता के साथ भी मना सकते है ।
● इस दिन को हम अपने भाई बहन के साथ भी मना सकते है
● इस दिन को हम अपने दोस्तों के साथ भी मना सकते है ।

वैलेंटाइन डे सप्ताह –

7 फरवरी – रोज डे
8 फरवरी – प्रपोज़ डे
9 फरवरी – चॉकलेट डे
10 फरवरी – टेड्डी डे
11 फरवरी – प्रॉमिस डे
12 फरवरी – हग डे
13 फरवरी – किश डे
14 फरवरी – वैलेंटाइन डे
आशा यही है कि आप हमार दी गयी सम्पूर्ण जानकारी से खुश होंगे अगर हमारी दी गयी जानकारी आपको अछि लगी हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और उम्मीद यही है आपको आपका वैलेंटाइन मिल जाये इस बार । और आपका वैलेंटाइन डे बहुत ही अच्छा हो धन्यवाद ।।

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