बुद्धि का त्रिआयामी सिद्धान्त, बुद्धि का त्रिविमीय सिद्धान्त, बुद्धि का त्रिस्तरीय मॉडल, गिलफोर्ड का बुद्धि का सिद्धान्त, बुद्धि का त्रिआयामी सिद्धान्त किसने दिया – दोस्तों आज के इस आर्टिकल बुद्धि के इसी प्रमुख सिद्धान्त की केवल बात करेंगे। त्रिआयामी सिद्धान्त क्या है, किसने दिया। इसमे क्या क्या आता है सब पढ़ेंगे।
प्रश्न है कि बुद्धि का त्रिआयामी सिद्धान्त किसने दिया?
इसका उत्तर सिर्फ एक पंक्ति में दिया जा सकता है कि बुद्धि का त्रिआयामी सिद्धान्त गिल्फोर्ड ने दिया।
आइये थोड़ा और अच्छे से जानते हैं कि ये गिल्फोर्ड का बुद्धि का त्रिआयामी या त्रिविमीय सिद्धान्त क्या है? गिल्फोर्ड मॉडल ऑफ intelligence in Hindi, बुद्धि का त्रिविमीय मॉडल, त्रिआयामी मॉडल, त्रिस्तरीय मॉडल क्या है?
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बुद्धि के त्रिआयामी सिद्धान्त या बुद्धि के त्रिविमीय सिद्धान्त की बात की जाए तो तो गिल्फोर्ड ( 1959, 1961, 1967) ने अपने साथियों सहयोगियों के साथ मिलकर एक व्याख्या प्रस्तुत की। और बताया यह व्याख्या तीन मानसिक योग्यताओं के आधार पर है।
गिल्फोर्ड का यही बुद्धि संरचना सिद्धान्त त्रिविमीय बौद्धिक मॉडल भी कहलाया। इसे ही English में गिल्फोर्ड मॉडल ऑफ Intelligence कहा गया।
इन्होंने बुद्धि कारक को तीन श्रेणियों में बांटा। अर्थात इन्होंने मानसिक योग्यताओं को तीन आयाम या तीन विमाओं (Dimensions) में विभाजित किया। ये बुद्धि के त्रिआयामी या त्रिविमीय सिद्धान्त की विमायें बनी। जो कि इस प्रकार हैं-
- संक्रिया (Operations)
- विषयवस्तु (Contents)
- उत्पाद (Products)
कारक विश्लेषण या फैक्टर एनालिसिस से बुद्धि ये तीनों आयाम या तीनो विमायें एक दूसरे से पर्याप्त रूप से भिन्न हैं।
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