आइये पढ़ते हैं सजीव और निर्जीव में पांच अंतर। सजीव और निर्जीव में अंतर विज्ञान विषय का सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक है। यदि आपने विज्ञान विषय चुना है या आप उसे पढ़ रहे हैं तो ये अंतर याद करके रख लीजिए।
सजीव और निर्जीव में अंतर से पहले ये भी जान लीजिए कि सजीव क्या होते हैं? और निर्जीव क्या होते हैं? तो इसका सीधा सा उत्तर है कि जिनमें जीवन पाया जाता है वो सजीव कहलाते हैं और जिनमें जीवन नही पाया जाता है वो निर्जीव कहलाते हैं। सजीव के उदाहरण हैं जैसे- पेड़ पौधे, जानवर, मनुष्य आदि। निर्जीव के उदाहरण हैं जैसे- कुर्सी, मेज, पुस्तक आदि।
Sajeev aur Nirjeev me antar, सजीव और निर्जीव में अंतर, Difference between living and Non-Living in Hindi, सजीव और निर्जीव में अंतर बताओ, सजीव क्या होते हैं उदाहरण, निर्जीव क्या होते हैं उदाहरण,सजीव और निर्जीव में क्या अंतर होता है, सजीव और निर्जीव में पांच अंतर, सजीव और निर्जीव में अंतर इन हिंदी।
सजीव और निर्जीव में अंतर || सजीव और निर्जीव में पांच अंतर
सबसे पहला अंतर सजीव में जान होती है जबकि निर्जीव में नही होती है। पर इसे और कायदे से समझने के लिए सजीव और निर्जीव में अंतर की आगे की पंक्ति देखें।
सजीव और निर्जीव में अंतर – सजीव और निर्जीव में दूसरा अंतर ये है कि सजीव गति करते हैं (पेड़ों को छोड़कर) जबकि निर्जीव गति नही करते बिना किसी बाह्य बल के।
तीसरा अंतर यह है कि सजीवों में संवेदनशीलता का गुण पाया जाता है जबकि निर्जीवों में ऐसा बिल्कुल भी नही है। मतलब यह है कि सजीव में हँसना, रोना, गुस्सा होना जैसे संवेग पाए जाते हैं जबकि निर्जीवों में नही।
सजीव और निर्जीव में अंतर- सजीव और निर्जीव में चौथा अंतर यह है कि सजीवों में श्वसन क्रिया होती है जबकि निर्जीवों में नही होती है।
सजीवों और निर्जीवों में पांचवां अंतर यह है कि सजीवों में उत्सर्जन क्रिया होती है जबकि निर्जीवों में नही होती है।